बहुत से लोग अपना घर बनाने या खरीदने का सपना देखते हैं, लेकिन जब होम लोन की EMI का हिसाब आता है तो उन्हें समझ नहीं आता कि हर महीने कितना पैसा देना पड़ेगा। कई बार लोग गलत अनुमान लगा लेते हैं और बाद में उन्हें परेशानी होती है। इसलिए आज हम आपको बिल्कुल आसान भाषा में समझाएंगे कि अगर आप HDFC Bank से 14 लाख रुपए का होम लोन लेते हैं तो 7.75% सालाना ब्याज दर पर आपकी EMI कितनी बनेगी। यहां कैलकुलेशन बिल्कुल साफ और सरल होगी ताकि आप आसानी से समझ सकें और अपने बजट के हिसाब से फैसला कर सकें।
14 लाख के होम लोन पर कितनी बनेगी EMI?
अगर कोई व्यक्ति 14 लाख रुपए का होम लोन लेता है तो सबसे पहली चीज़ होती है EMI का सही हिसाब लगाना। EMI इस बात पर निर्भर करती है कि लोन कितने साल के लिए लिया गया है और ब्याज दर कितनी है। यहाँ हमने 7.75% सालाना ब्याज दर से कैलकुलेशन तैयार की है ताकि आपको बिल्कुल सटीक जानकारी मिले। आमतौर पर लोग होम लोन 15 से 20 साल की अवधि के लिए लेते हैं। इसी हिसाब से EMI बदलती रहती है। जितनी ज्यादा अवधि होगी, EMI उतनी कम होगी लेकिन कुल ब्याज ज्यादा देना पड़ेगा। वहीं अवधि कम होगी तो EMI थोड़ी ज्यादा होगी लेकिन लोन जल्दी खत्म हो जाएगा। यही बात धीरे-धीरे समझना जरूरी है ताकि आप आगे परेशानी में न पड़ें।
14 लाख का लोन 15 साल के लिए लेने पर EMI
अब सबसे पहले 15 साल यानी 180 महीनों की EMI का हिसाब समझते हैं। 7.75% सालाना ब्याज दर पर EMI लगभग 13,161 रुपए महीने के आसपास बनती है। इसका मतलब है कि हर महीने आपको करीब 13 हजार रुपए चुकाने होंगे और यह राशि आपके बजट में तभी फिट बैठेगी जब आपकी आय स्थिर हो और अतिरिक्त खर्च कम हों। 15 साल में आप मूलधन के साथ ब्याज मिलाकर कुल लगभग 23.69 लाख रुपए बैंक को चुका देंगे। यानी करीब 9.69 लाख रुपए सिर्फ ब्याज के रूप में जाएंगे।
14 लाख का लोन 20 साल के लिए लेने पर EMI
अब बात करते हैं 20 साल यानी 240 महीनों की अवधि की, जो सबसे ज्यादा लोग चुनते हैं क्योंकि EMI थोड़ी कम हो जाती है। 7.75% ब्याज दर के हिसाब से EMI लगभग 11,387 रुपए महीने आती है। यह EMI 15 साल वाली EMI से कम है, इसलिए बहुत से लोग इसे आराम से भर पाते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि अवधि बढ़ाने पर कुल ब्याज काफी बढ़ जाता है। 20 साल में बैंक को कुल मिलाकर लगभग 27.33 लाख रुपए चुकाने पड़ते हैं। यानी ब्याज अकेले करीब 13.33 लाख रुपए तक चला जाता है। EMI कम होने का फायदा है, लेकिन कुल ब्याज ज्यादा देना पड़ता है, यह बात समझना जरूरी है।
EMI चुनते समय किन बातों का ध्यान रखें
EMI का चुनाव करते समय सिर्फ यह मत देखिए कि वह कम है या ज्यादा। आपको यह भी समझना चाहिए कि आपकी मासिक आय कितनी है, खर्चे कैसे हैं और क्या आप लंबे समय तक यह EMI आराम से भर सकते हैं या नहीं। अगर आपकी कमाई ठीक है और खर्च कम हैं तो कोशिश करें कि लोन की अवधि कम रखें ताकि ब्याज कम लगे। लेकिन अगर आप हर महीने ज्यादा EMI नहीं भर सकते तो 20 साल वाली अवधि आपको थोड़ी राहत दे देती है। यह फैसला हमेशा सोच समझ कर लेना चाहिए ताकि बीच में आपको परेशान न होना पड़े।
Disclaimer: यह जानकारी सिर्फ आपके समझने के लिए है। लोन लेने से पहले बैंक की शर्तें और अपनी स्थिति को देखकर ही फैसला करें।